नाटक और एकांकी में अंतर उदाहरण सहित |Natak Aur Ekanki Me Antar Udaharan Sahit Hindi Mein

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नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में हम नाटक और एकांकी में किया अंतर होता है । इस बारे में विस्तार से जानेंगे और इनके विभिन्न पहलुओं पर भी हम चर्चा करेंगे

संक्षिप्त परिचय

नाटक और एकांकी किया है ?

नाटक और एकांकी दोनों ही रंगमंच का वह रूप है जिसके द्वारा लोगो और समाज में रंगमंच की प्रस्तुति के द्वारा मनोरंजन तथा घटनाओं को प्रस्तुत किया जाता है,

और  नाटक और एकांकी दोनों में ही मनोरंजन और घटनाओ को प्रस्तुत करने के लिए कहानी (कथा) मंच तथा किरदारों की जरुरत होती है, इनका उद्देश्य दर्शकों को मनोरंजन करने के साथ-साथ सोचने के लिए भी प्रोत्साहित करना तथा कला के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत करना हैं।

आइये जानते है नाटक और एकांकी में किया अंतर होता है?

नाटक
  • नाटक के कई भाग होते हैं ,
  • नाटक की प्रस्तुति में अलग अलग  किरदारों को निभाने के लिए अनेक कलाकारों की जरुरत पड़ती है ,
  • नाटक में एक मुख्या कहानी के साथ कई अन्य कहिया या घटनाओ को शामिल किया जाता है ,
  • नाटक बड़ा होने की वजह से कई दिन या हफ्तों और कभी कभी महीनो में प्रस्तुत किया जाता है ,
  • नाटक किसी भी समाज में कहानी व घटनाओ को प्रस्तुत करने का वह जरिया है जिसमे  संवाद ,वेशभूसा ,नृत्य और संगीत के माध्यम से लोगो के सामने  मनोरंजन के साथ साहित्यक सांस्कृतिक और घटनाओ के द्वारा प्रस्तुत किया जाता है
एकांकी
  • एकांकी प्रस्तुति का वह भाग है जिसे एक बार में किया जाता है ,
  • एकांकी में किरदार काम होते है जिसके लिए काम कलाकारों के साथ इसे प्रस्तुत किया जाता है ,
  • एकांकी एक ही कहानी या घटना पर आधारित होता है ,
  • एकांकी छोटा होने के कारन इसे काम समय में प्रस्तुत किया जा सकता है ,
  • एकांकी में एक ही भाग  होता है जिसमे किसी व्यक्ति घटना या प्रसंग का वर्णन न होकर उसके किसी एक छोटे विशेष भाग  का ही वर्णन किया जाता है।

 

अब आपको नाटक बारे में विस्तार से बताते हैं

नाटक विभिन्न कलाओं का मिश्रण होता है और इसमें बड़ी कथाएं ,घटनाये और कवियों की रचनाये होती है, नाटक एक प्रदर्शन कला है जिसमें कला और अभिव्यक्ति का उपयोग किसी कहानी को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। इसमें किरदारों का प्रदर्शन होता है और वे कहानी को आत्मा देते हैं। यह कला दर्शकों को मनोरंजन करती है और उन्हें समाज के विभिन्न मुद्दों पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करती है। और कला के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत करती हैं।

नाटक कितने प्रकार के होते हैं ?

  • कॉमेडी
  • ट्रेजेडी
  • ट्रेजिकोमेडी
  • मेलोड्रामा
  • प्रेम कथा

नाटक के उदाहरण 

भारतीय रचनाकार  नाटक
  1. रवींद्रनाथ टैगोर
  2. शूद्रक
  3. विजय तेंदुलकर
  4. मोहन राकेश
  1. राष्ट्रीय नाट्य
  2. मृच्छकटिकम्
  3. साखरेचा पालण
  4. आशध का एक दिन
विदेशी रचनाकार नाटक
  1. विलियम शेक्सपियर
  2. सोफोक्लीस
  3. विलियम शेक्सपियर
  1. हैमलेट
  2. अंतिगोन
  3. वेनीस कॉमेडी

 

नाटक की विशेषताएं

नाटक एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन कला है और इसमें कई विशेषताएं होती हैं, जो इसे अनूठा बनाती हैं। नाटक की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  1. कथा और प्रस्तुति: नाटक में एक कथा होती है जिसे कला और अभिव्यक्ति के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। यह कला के अंतर्निहित संदेशों को दर्शाने का माध्यम होती है।
  2. किरदारों का दर्शन: नाटक में किरदारों का प्रदर्शन होता है और वे कथा को जीवंत करते हैं। अभिनेता और अभिनेत्री कला की महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं।
  3. संगीत और नृत्य: कई नाटकों में संगीत और नृत्य का महत्वपूर्ण स्थान होता है, जो प्रदर्शन को और भी आकर्षक बनाता है।
  4. दर्शकों का संवाद: नाटक में दर्शकों का संवाद होता है, और वे प्रदर्शन को देखकर जवाब देने के लिए उत्तरदायक होते हैं।
  5. वाद-विवाद: नाटक में वाद-विवाद के सीन भी होते हैं, जिसमें किरदार अपने विचारों को प्रकट करते हैं और समस्याओं का समाधान खोजते हैं।
  6. सामाजिक संदेश: नाटक विभिन्न सामाजिक समस्याओं और मुद्दों पर विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम हो सकता है और समाज को समझने में मदद कर सकता है।
  7. रंगमंच का उपयोग: नाटक का प्रदर्शन रंगमंच पर होता है, जो दर्शकों को किरदारों के साथ जोड़ता है और एक वास्तविक अनुभव प्रदान करता है।
  8. साहित्यिक मूल्य: नाटक साहित्यिक मूल्य के साथ-साथ रंगमंच कला की एक प्रमुख रूप है और इसमें कला के विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत करता है।

नाटक की इन विशेषताओं के साथ, यह कला विचारों को प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी हो सकती है और दर्शकों को मनोरंजन के साथ-साथ सोचने पर बोध करा सकती है।

 

भारत के प्रमुख नाटक और उनके रचनाकार/विदेशी प्रमुख नाटक और उनके रचनाकार।

भारत के प्रमुख नाटक और उनके रचनाकार।

धर्मवीर भारतीयों

प्रमुख नाटक: युगों का युग

भारतेंदु हरिश्चंद्र 

प्रमुख नाटक:अंधेर नगरी

जयशंकर प्रसाद

प्रमुख नाटक: ध्रुवस्वामिनी

मोहन राकेश

प्रमुख नाटक: आषाढ़ का एक दिन

सर्वेश्वर दयाल सक्सेना

प्रमुख नाटक: बकरी

उदयशकर भट्ट

प्रमुख नाटक: दाहर, शक विजय, मुक्तिपथ

जगन्नाथ प्रसाद मिलिन्द

प्रमुख नाटक: समर्पण, गौतम नन्द

चन्द्रगुप्त विद्यालंकार

प्रमुख नाटक: न्याय की रात

शिवप्रसाद सिंह

प्रमुख नाटक: घाटियां गूंजती हैं

स्वदेश दीपक

प्रमुख नाटक: कोर्ट मार्शल

 

विदेशी प्रमुख नाटक और उनके रचनाकार।

विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare):

प्रमुख नाटक: “हैमलेट,” “रोमियो और जूलियट,” “मैकबेथ,” “हमलेट,” और “ओथेलो.”

आर्थर मिल्लर (Arthur Miller):

प्रमुख नाटक: “डेथ ऑफ अ सेल्समैन,” “अल्ल माइ संस,” और “थे क्रुसिबल.”

चेखोव (Anton Chekhov):

प्रमुख नाटक: “थ्री सिस्टर्स,” “यूंकले वान्या,” और “थे चेरी ओर्चार्ड.”

आर्थर क्लार्क (Arthur C. Clarke):

प्रमुख नाटक: “चिल्ड्स प्ले” और “बेतीविल्ड.”

टेनेसी विलियम्स (Tennessee Williams):

प्रमुख नाटक: “अ स्ट्रीटकार नेम्ड डेसायर,” “थे ग्लास मेनेजरी,” और “कैट ऑन अ हॉट टिन रूफ.”

जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw):

प्रमुख नाटक: “प्य्गमेलियन,” “मैन एंड सुपरमैन,” और “सेसार एंड क्लिओपेट्रा.”

हेन्रिक इब्सन (Henrik Ibsen):

प्रमुख नाटक: “आ डॉल्स हाउस,” “हेडा गैब्लर,” और “इयोंता.”

समुएल बेकेट (Samuel Beckett):

प्रमुख नाटक: “वेटिंग फॉर गॉडो,” “एनड एंड गेम,” और “क्रूजोज लास्ट टेप.”

मोलियेर (Molière):

प्रमुख नाटक: “तर्तूफ,” “थे मिसंथ्रोप,” और “थे स्कूल फॉर वायव्स.”

जॉर्ज ओरवेल (George Orwell):

प्रमुख नाटक: “अन इन्स्पेक्टर कॉल्स.”

 

अब आपको एकांकी बारे में विस्तार से बताते हैं।

एकांकी नाटक रंगमंच का वह प्रस्तुतीकरण होता है जो एक ही बार में समाप्त हो जाता है और इसे एक या दो किरदारों के साथ किया जाता है।

एकांकी कितने प्रकार के होते हैं ?

1 सामाजिक एकांकी 2 पौराणिक एकांकी 3 ऐतिहासिक एकांकी 4 राजनीति से सम्बंधित एकांकी 5 चरित्र प्रधान एकांकी 6 अर्थपूर्ण एकांकी

 

एकांकी की विशेषताएं किया है।

एकांकी की कुछ प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –

  1. एकांकी नाटक में केवल एक कहानी और कुछ ही किरदार होते हैं।
  2. इसके लिए अलग अलग मंचो की जरुरत नहीं पड़ती इसे एक ही मंच से एक ही बार में पूरा किया जा सकता है।
  3. एकांकी से केवल एक ही भाव पूरा होता है।

 

एकांकी के उदाहरण | Ekanki ke udaharan in hindi 

“रात की रानी” – इस एकांकी में एक महिला अपनी यात्रा के दौरान एक अजनबी से मिलती है और उनके साथ हुए संवाद के माध्यम से अपनी जिन्दगी के कुछ पलों की बात करती है।

“खोया हुआ बचपन” – इस एकांकी में एक वृद्ध व्यक्ति अपने बचपन के खोए हुए दिनों की यादों को याद करता है और उन्हें अपने दोस्त के साथ बिताए गए सुखद लम्हों की यादें ताजगी से दिलाता है।

“टेलीफोन” – इस एकांकी में एक फोन कॉल के माध्यम से दो लोगों के बीच की एक अद्वितीय बातचीत दिखाई जाती है, जिसमें समय और दूरी के बावजूद वे दोनों आपस में कैसे जुड़ते हैं।

 

हिन्दी के प्रमुख एकांकी और उनके रचनाकार:

  1. प्रेमचंद:
    • “शतरंज के खिलाड़ी”
    • “दो बैलों की कथा”
    • “अपने करमों पर हस्ता रहिए”
  2. भीष्म साहनी:
    • “मेरी माँ”
    • “कबीर की साखी”
    • “आदमी आदमी से मिलता है”
  3. मोहन राकेश:
    • “आशाध का एक दिन”
    • “माजराय”
  4. गिरिश कर्णाद:
    • “तुगलक”
    • “हायवदन”
  5. गुलजार:
    • “कुसमा कौशिक की बेमिन्दगी”
    • “पहलवान की बेटी”
  6. रजिन्दर नाथ टागोर:
    • “चित्रंगदा”
    • “पोस्ट ऑफिस”
  7. कमलाकांत चट्टोपाध्याय:
    • “राख की राख”
    • “राजा ओर रंक”
  8. भरतेन्दु हरिष्चंद्र:
    • “आधा कौवा”
    • “रास्पुतिन”

ये हैं कुछ प्रमुख हिन्दी एकांकी रचनाकार और उनके प्रमुख एकांकी नाटक। इन रचनाओं ने हिन्दी साहित्य में एकांकी शृंगार को नया दिशा देने का प्रयास किया है और सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा की है।

विदेशी (अंतरराष्ट्रीय) प्रमुख एकांकी और उनके रचनाकार:

  1. विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare):
    • “हैमलेट” (Hamlet)
    • “मैकबेथ” (Macbeth)
    • “ऑथेलो” (Othello)
  2. आर्थर मिल्लर (Arthur Miller):
    • “मृत्यु का सौदागर” (Death of a Salesman)
    • “क्रुसिबल” (The Crucible)
  3. आंटोन चेख़ोव (Anton Chekhov):
    • “उड़ान” (The Seagull)
    • “चार्लीव चेपलिन” (Uncle Vanya)
  4. सैम्यूएल बेकेट (Samuel Beckett):
    • “वेटिंग फॉर गॉडो” (Waiting for Godot)
    • “क्राप्स आखिरी टेपल” (Krapp’s Last Tape)
  5. जॉर्ज बर्नार्ड शॉ (George Bernard Shaw):
    • “प्य्गमेलियन” (Pygmalion)
    • “मेजिक फ्लुट” (The Magic Flute)
  6. जॉन स्टाइनबेक (John Steinbeck):
    • “माइस और मैन” (Of Mice and Men)
    • “ग्रेप्स ऑफ रेथ” (The Grapes of Wrath)
  7. टेनेसी विलियम्स (Tennessee Williams):
    • “ग्लास में उनकी मौत” (The Glass Menagerie)
    • “स्ट्रीटकार नेम्ड डेज़ायर” (A Streetcar Named Desire)
  8. जॉर्ज ओरवेल (George Orwell):
    • “1984”
  9. हरोल्ड पिंटर (Harold Pinter):
    • “द बर्थडे पार्टी” (The Birthday Party)
    • “वेटिंग फॉर द गॉडो” (Waiting for Godot)
  10. एल्बर्ट कैम्यू (Albert Camus):
    • “स्ट्रेंजर” (The Stranger)

ये थे कुछ विदेशी प्रमुख एकांकी नाटककार और उनके प्रमुख एकांकी रचनाओं के उदाहरण, जिन्होंने अपनी कविता, विचारों, और किरदारों के माध्यम से साहित्य को अद्वितीय और गहरा बनाया है।

दोस्तों इस लेख के माध्यम से हमने आपको नाटक और एकांकी के बारे में पूरी जानकारी देने की कोसिस की है आशा करते है ये जानकारी आपके काम आएगी पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यवाद।

FAQs

नाटक और एकांकी में क्या अंतर होता है?

एक नाटक में कई किरदार होते हैं, जबकि एकांकी में केवल एक किरदार होता है।

नाटक की स्ट्रक्चर क्या होती है?

एक नाटक में आमतौर पर एक उद्घाटन, मुख्य कहानी, और समापन होता है।

किस प्रकार के विषयों पर नाटक और एकांकी लिखे जा सकते हैं?

नाटक और एकांकी विभिन्न प्रकार के विषयों पर लिखे जा सकते हैं, जैसे कि प्रेम, समाज, राजनीति, और व्यक्तिगत अनुभव।

नाटक और एकांकी के प्रस्तुतन में कौन-कौन से तत्व शामिल होते हैं?

नाटक और एकांकी के प्रस्तुतन में किरदार, कथानक, स्थल, समय, और अभिवादन जैसे तत्व शामिल होते हैं।

नाटक और एकांकी की प्रमुख भाषाएँ कौन-कौन सी हैं?

नाटक और एकांकी कई भाषाओं में लिखे जाते हैं, परंपरागत भाषाओं के साथ ही आधुनिक भाषाओं में भी लिखे जाते हैं।

नाटक और एकांकी का महत्व क्या है?

नाटक और एकांकी साहित्य का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो समाज, साहित्य, और मनोरंजन की दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं।

नाटक और एकांकी के प्रमुख लेखक कौन-कौन हैं?

विभिन्न भाषाओं में अनेक लेखक ने नाटक और एकांकी रचनाएँ लिखी हैं, जैसे कि शेक्सपियर, प्रेमचंद, और आर्थर मिलर।

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